Linux कंप्यूटर में स्थित एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह ऑपरेटिंग सिस्टीम आपरेटिंग सिस्टम जो कंट्रोल प्रोग्राम के नाम से भी जाना जाता हैं। जो कम्प्यूटर के पुरे कार्यप्रणाली पर कंट्रोल रखने में सक्रिय होता है।
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के सबसे ज्यादा उपयोग करने वाले सॉफ्टवेयर में से एक हैं. ऑपरेटिंग सिस्टीम का यह वर्जन सबसे लोकप्रिय माना जाता है। साथ हीं यह एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है। इसका सोर्स कोड स्वतंत्र रूप में जारी किया जाता है। इसलिए यह उपयोग करने के लिए काफ़ी आसान और स्वतंत्र है।
लिनक्स सॉफ्टवेयर में अलग अलग फाइल्स को कंट्रोल करने के लिए एक abstract layer का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि यूजर्स के लिए फ़ाइल सिस्टम एक particular फोल्डर ट्री जैसा दिखाई देता हैं।
आज के वक्त में लिनक्स सिस्टीम तेजी से बढ़ने वाला ऑपरेटिंग सिस्टीम जानी जाती है। Linux Kya Hai In Hindi इसका इस्तेमाल मोबाइल से लेकर सुपर कंप्यूटर तक लगभग सभी प्रमुख हार्डवेयर इंस्ट्रूमेंट के द्वारा किया जा सकता है।
लगभग 90 दशक के मध्य से Linux हमारे आसपास है। इसे कलाई घड़ी से लेकर सुपर कंप्यूटर तक इस्तेमाल किया जा सकता है। यह हमारे फोन, लैपटॉप, पीसी, कारों और यहां तक कि रेफ्रिजरेटर में भी हर जगह है। यह डेवलपर्स और सामान्य कंप्यूटर यूजर्स के बीच बहुत लोकप्रिय है।
Linux और Windows ऑपरेटिंग सिस्टम में अंतर
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दोस्तों वैसे तो लिनक्स और विंडोज दोनों हीं कम्प्यूटर में इस्तेमाल होने वाले जानेमाने सॉफ्टवेयर हैं। लेकिन इनमे कुछ अंतर हैं। लिनक्स एक ओपन ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसमे यूजर्स को कोड तक पहुँचाने और कोड में सुधार करने में मदद करता सकता हैं। जब की विंडोज़ में, यूजर्स कोड तक नहीं पहुंच सकते हैं। विंडोज एक लाइसेंस होल्डिंग ऑपरेटिंग सिस्टीम है।
लिनक्स एक से नि: शुल्क सिस्टीम है तो विंडोज़ लाइसेंस होल्डिंग सिस्टीम हैं तो आपको विंडोज कंप्यूटर इंस्टाल करने के लिए आपको लिए पैसे देने पड़ सकते हैं।
Linux का इतिहास
Linux की रचना सबसे पहले 1991 में हुआ था।लिनक्स को बनाने की शुरूआत लगभग 1960 के दशक में हुई। जो की यूनिक्स के 1968 में डेवेलोप होने के बाद कोड Customization के द्वारा हुआ था। सन् 1968 में AT & T बेल प्रयोगशाला के रिसर्चर्सने अथक प्रयत्न से यह आपरेटिंग बनाया जिसे MULTICS Multiplexed Information Computer System कहा गया, Linux Kya Hai In Hindi इसके बाद 1969 में UNIX के नये नये फीचर्स ऐड किये गए और इस सिस्टीम का विकास किया गया।Linux का विकास UNIX से ही हुआ है।टोरवैल्ड ने लिनक्स का विकास किया |
दोस्तों हम आपको बता दें की Linux एक multi operating System है, जो Intel 80386 पर्सनल कम्प्यूटर सन् 1991 में इसका पहला वर्जन 0.11 रिलीज किया गया। Linux ch Graphical interface, X window System पर निर्भर है |
Linux की रचना कैन थॉमसन और डेनिस Ritchie नामक जैसे कुछ वैज्ञानिकों के द्वारा की गई। इस सॉफ्टवेयर कोड को बार-बार कस्टमाइज करके ही इसके निर्माण किया गया है। हम यह कह सकते है की लिनक्स यूनिक्स की एक बहुत कारगर सिस्टीम मानी जाती है। लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम भी इसी के जनक लिनुस के नाम के नाम पर ही रखा गया है।
इसे पोर्टेबल बनाने के लिए। यूनिक्स की उपलब्धता और सुवाह्यता ने इसे acadmaic संस्थानों और व्यवसायों द्वारा व्यापक रूप से अपनाया गया। फिर इसे कॉपी और संशोधित किया गया। जिसके बाद से आजतक यह सिस्टीम अच्छी तरह से कार्यरय हैं।
Linux ऑपरेटिंग सिस्टम की विशेषताएँ
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Linux एक ओपन source सिस्टम मानी जाती है, जिसे कोई भी इस्तेमाल किया जा सकता हैं।
यह सिस्टीम इंटरनेट पर निशुल्क में उपलब्ध है। जिसे कोई भी डाउनलोड करके अपने लैपटॉप या Desktop पर चला सकता है। इस सिस्टीम का कोड इंटरनेट पर उपलब्ध है। उसमे कोई भी व्यक्ति कुछ बदलाव करके उसका इस्तेमाल कर सकता हैं।
यह एक मल्टीटास्किंग सिस्टीम हैं जिसे कोई भी यूज करत सकता हैं। यह किसी स्पेशल मशीन या फिर किसी स्पेशल कंप्यूटर पर स्पेशल वर्क करने के लिए ही डिजाइन किया गया है। Linux Kya Hai In Hindi इस सिस्टीम कोई भी अपने सामान्य जीवन में भी उपयोग कर सकते हैं। लेकिन यह ज्यादातर स्पेशल काम के लिए ही ज्यादा अच्छा होता हैं।
यह एक Portable Operating System है। जिसका हम किसी भी अन्य डिवाइस में उपयोग किया जा सकता हैं। जैसे लैपटॉप डेस्कटॉप, मोबाइल, रेफ्रीजरिटर और कोई भी मशीन जो ऑटो वर्क करती है, उपयोग में ला सकते है।
यह एक मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम है। जिसमें यूजर्स एक साथ कई सारे टास्क को पूर्ण करने में इसका उपयोग कर सकते हैं।
मल्टी यूजर linux मल्टी यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम है एक से दो या फिर इससे अधिक उपभोक्ता हो सकते हैं। अपने अपने लॉगइन आईडी पासवर्ड अलग-अलग डस्टर अपना अपना कार्य कर सकते हैं।
Linux सेफ सिस्टीम हैं। इसमें वायरस आने की आशंका लगभग ना के बराबर होती हैं। इस सिस्टीम में फाइल्स को विशेष फाइल्स को पासवर्ड सुरक्षा दी जाती है।
Linux के नकारात्मक प्रभाव
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम ओपन सोर्स हैं जिसके कारण बहुत से यूजर अपने अनुसार इसे कस्टमाइज कर सकते है। लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में बहुत बड़े पैमाने पर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम्स पाए जाते हैं लेकिन परंतु विंडोज की तुलना में प्रोग्राम इंस्टॉल करना मुश्किल हो जाता है।
Linux की शुरुवात कैसे हुई
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Linux को Linus Torvalds ने सन 1991 में बनाया था। जिस वक्त वो University of Helsinki में एक university student थे।उन्होंने विशेष रूप से उस हार्डवेयर के लिए प्रोग्राम लिखा था जिसका वह उपयोग उस वक्त कर रहें थे। और ऑपरेटिंग सिस्टम से स्वतंत्र था क्योंकि वह अपने नए पीसी के कार्यों को 80386 प्रोसेसर के साथ उपयोग करना चाहते थे। GNU C कंपाइलर का उपयोग करके MINIX पर विकास किया गया था। उसपर संशोधन कर उन्होंने linux की नीव रखी।
Torvalds ने Linux को एक free और Minix Os का open source alternative केरूप में बनाया था, जो की एक दूसरा Unix clone जाना जा सकता था।Torvalds ने OSDL की ओर से Linux कर्नेल विकसित करने के लिए पूरी कोशिश की।टॉर्वाल्ड्स ने सबसे पहले लिनक्स कर्नेल को अपने लाइसेंस के तहत रिलीज किया। जिसमें कॉमर्स रिलेटेड गतिविधि पर कमांड करने में सक्षम था।
जिसका उपयोग मुख्य रूप से academic settings में किया जाता था।Linux को आये हुए करीब 30 सालों से भी ज्यादा हो चुके हैं। करीब मध्य 90s में ये हमारे बिच सबसे पहले आया। और तब से लेकर आज तक यह सभी devices में पूरी तरह से अपनी लोकप्रिय वर्जन बना हुआ हैं।
Linux Operating Systems का भविष्य
Linux ऑपरेटिंग सिस्टम को भविष्य का ऑपरेटिंग सिस्टम बोला जाता है।क्योंकि इस सिस्टीम में सभी प्रकार की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के फाउंडेशन में पाए जाते है। आने वाली समय में linux के बिना किसी भी टेक्नोलॉजी की कल्पना नही की जा सकती है।
Linux कितने प्रकार के होते हैं?
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लिनक्स के प्रकार आगे दिए गए हैं। जो मुख्य रूप से उपयोग में लाये जाते हैं।
- KALI Linux
- Redhat Linux
- Ubuntu Linux
- Mandriva Linux
- Debian Linux
- Tiny Linux
- Xandros Linux
- Side Linux
- Bash Linux
- Knoppix Linux