Bank Loan Settlement kaise kare In Hindi Step By Step

Loan Settlement kaise kare:- जब कर्जदार कर्ज चुकाने में असमर्थ होता है तो कर्ज चुकान का समय आता है। ऐसे में कर्ज लेने वाले के अनुरोध पर बैंक लोन सेटलमेंट की पेशकश करता है। इसे वन टाइम सेटलमेंट या ओटीएस [OTS] कहते हैं। लोन सेटलमेंट के दौरान कर्ज लेने वाले को प्रिंसिपल अमाउंट तो पूरा चुकाना होता है, लेकिन इंटरेस्ट अमाउंट, पेनल्टी और अन्य चार्ज में राहत दे दी जाती है. इन्‍हें या तो आंशिक या पूर्ण रूप से माफ कर दिया जाता है.

Loan Settlement क्या है? 

अगर कोई व्यक्ति किसी बैंक से लोन लेने के बाद 3month तक जमा नहीं करता है तो ऐसी स्थिति में उसके लोन को बैंक नॉन परफॉर्मिंग एसेट (NPA) की कैटेगरी में डाल देता है. तो लोन लेने वाले व्यक्ति के पास बैंक से एक नोटिस जारी करते है और उस व्यक्ति कहते है और बैंक रिकवरी एजेंट को उस कस्टमर के घर पर भेजता है|

अगर उसके बाद भी पैसे वापस आने की संभावना नहीं रहती है तो बैंक कस्टमर को one time Settlement का ऑप्शन देती है तो इसमें बैंक अपने कर्ज की मूल राशि ले लेता है और बाकी बचे ब्याज दर और बाकी चार्जेस (Charges) को कम कर देता है  इससे ग्राहक पर लोन का बोझ थोड़ा कम हो जाता है और वह रुपए जमा कर देता है

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Loan Settlement की परिस्थिति निर्मित कैसे होती है

लोन लेने की परिस्थिति तब उत्पन्न होती है जब कोई व्यक्ति लोन लेकर टाइम पर लोन का भुगतान न कर पाए या लोन न चूका पाए तो लोन सेटलमेंट की नौबत आती है तो बैंक ONEटाइम सेटलमेंट या OTS के लिए कहा जाता है तो OTS के दौरान कर्ज वाले व्यक्ति को प्रिंसिपल अमाउंट चुकाना पड़ता है तो बैंक अन्य चार्जेज में भी रहत देती है तो उनको  पूर्ण रूप से माफ़ कर देती है अगर आप भी लोन को चुकाने में असमर्थ हो और लोन सेटलमेंट करना चाहते हो तो सेटलमेंट करते समय कुछ ख़ास बातो का जरूर ध्‍यान रखें.  Loan Settlement kaise kare

Loan Settlement के क्या लाभ हैं?

लोन लेने के फायदे तो बहुत है पर इसके नुकसान भी है लोन सेटलमेंट करने से रिकवरी एजेंसियों से छुटकारा तो मिल जाता है. लेकिन  उधारकर्ता अपने और बैंक के साथ सहमत शर्तों को मानकर ड्यू को क्लीयर कर सकता है. बस यही लोन लेने के फायदे है|

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Loan Settlement में सहायता कैसे प्राप्त करें?

लोन सेटलमेंट प्राप्त करने के कुछ अलग तरीके है 

1. एक लोन सेटलमेंट कंपनी के साथ गठजोड़(गँठबंधन) : एक लोन सेटलमेंट कंपनी आपकी ओर से आपके ऋणदाता के साथ बातचीत करेगी। 

2.एक वित्तीय सलाहकार से मार्गदर्शन लेना: यदि एक वित्तीय सलाहकार आपको अपने विकल्पों को समझने और आपकी स्थिति के लिए सर्वोत्तम निर्णय लेने में मदद कर सकता है।

Loan Settlement के लिए नामांकन कैसे करें

लोन सेटलमेंट के लिए लेनदार आपको अपने लोन सेटलमेंट की अनुमति क्यों दे, इसके लिए आपको एक स्पष्टीकरण तैयार करना होगा।

लेकिन आपके मासिक खर्च और आपकी आय समान हैं, तो आप बैंक मेनेजर से बात कर सकते है की आप मासिक भुगतान नहीं कर पाएंगे अगर इसके बजाय आप वन टाइम सेटलमेंट करना चाहते है। तो एक उपयुक्त योजना का चयन करने और एक क़ानूनी समझौता करने के बाद हस्ताक्षर करें, जो आपके हित की रक्षा करता है और लोन सेटलमेंट को सक्षम बनाता है।

Loan Settlement और Loan Closer में क्या अंतर है?

1. लोन सेटलमेंट

लोन लेने के फायदे तो बहुत है पर इसके नुकसान भी है लोन सेटलमेंट तब होता है जब लोन लेने वाला व्यक्ति लोन का भुकतान नहीं कर पता। तब लोनदाता लोन लेने बाले व्यक्ति को लोन सेटलमेंट के लिए प्रस्ताव देता है।

2. लोन क्लोजर

एक नियमित लोन क्लोजर तब होता है जब उधारकर्ता सभी ईएमआई चुकाता है।अगर कोई व्यक्ति किसी बैंक से लोन लेने के बाद 3month तक जमा नहीं करता है और बैंक ने कलेक्शन विभाग को आपसी सहमति से व्यक्तिगत ऋण बकाया का सेटलमेंट करने के लिए कहा है। 

Loan Settlement करते समय ध्‍यान रखें ये बातें

लेनदार हमेशा ये चाहता है कि सेटलमेंट के दौरान आपसे भी ज्‍यादा से ज्‍यादा राशि ली जा सकती है, लेकिन आप सेटलमेंट के लिए अपनी तरफ से बहुत कम पेशकश करें. आप अपनी बची हुयी राशि का 30% से बातचीत करके शुरू करें. हालांकि बैंक आपको इसके लिए इनकार कर सकता है

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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

1. सेटलमेंट राशि का भुगतान अगर समय पर नहीं किया गया तो बैंक क्या करेंगे?

कई बार हम लोन ले तो लेते है अगर लोन सेटलमेंट राशि का भुगतान समय पर नहीं कर पाते तो या 3MONTH तक अपने लोन का पेमेंट नहीं करते हैं, तो बैंक इसे नॉन परफॉर्मिंग एसेट (NPA) की कैटेगरी में डाल देती आपके अनुरोध के बाद बैंक आपको वन टाइम सेटलमेंट का प्रस्‍ताव देती है. इसे OTS कहा जाता है है.

2. जब वसूली एजेंटों द्वारा उसे धमकी दी जाती है तो ऋणधारक क्या कर सकता है?

अगर  बैंक आपके CASH  को बसूली एजेंट को सौपना चाहता है तो उसे यह जानकारी पहले आपको देनी होगी अगर अपने पहले से कोई कम्प्लेटे कर रही है और बैंक ने उस पर कार्रवाई नहीं की है तो एजेंट को CASH  नहीं सौपा नहीं जा सकता है अगर एजेंट आपसे गाली या अभद्रता से बात करता है तो आप पुलिस से शिकायत कर सकते हो| Loan Settlement kaise kare

3. लोन सेटलमेंट आपके सिबिल स्कोर को कैसे प्रभावित करता है?

अगर लोन सेटलमेंट आपके सिबिल स्कोर को कैसे प्रभावित करता है उन्हें तब तक प्रभावित नहीं करता है जब तक कि वे समय पर लोन का भुगतान करते हैं। ऐसे में ये कन्‍फर्म हो जाता है कि कर्ज लेने वाले के पास कर्ज को चुकाने के पैसे नहीं हैं,  सेटलमेंट के साथ ही लोन लेने वाले का सिबिल स्‍कोर कम कर दिया जाता हैऔर उनी उधारकर्ताओं ने यह गलती की है, केवल बाद में पछतावा करने के लिए आपकी CIBIL रिपोर्ट सात वर्षों के लिए मान्य है, और उधारदाता आपके वित्तीय स्वास्थ्य को निर्धारित करने के लिए इसका उपयोग करते हैं।

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