मिच्छामी दुक्कड़म/ उत्तम क्षमा का हिन्दी अर्थ, Micchami Dukkadam/Uttam Kshama Meaning

मिच्छामी दुक्कड़म/ Uttam Kshama का हिन्दी अर्थ-मिच्छामी दुक्कड़म – मुझे क्षमा कीजिये! जैन धर्म के विशेष पर्व पर्यूषण पर्व का समापन होने जा रहा है।

जैन धर्म में पर्यूषण पर्व (पर्युषण का अर्थ है ” एक साथ रहना और एक साथ आना “)। यह एक ऐसा समय है जब जैन अध्ययन और उपवास की शपथ लेते हैं। के आखिरी दिन एक -दूसरे से “ मिच्छामी दुक्कड़म ” कहने की परंपरा है।

मिच्छामी दुक्कड़म (Micchami dukkadam), जिसे मिच्छा मील दुक्कदम भी कहा जाता है, एक प्राचीन भारतीय प्राकृत भाषा का मुहावरा है, जो ऐतिहासिक जैन ग्रंथों में पाया जाता है। इसका संस्कृत समकक्ष “मिथ्या मे दुस्कर्तम” है और दोनों का शाब्दिक अर्थ है “जो कुछ भी गलत करूँ वह व्यर्थ हो।

Payurshan Parv : Jain Dharm Me Kyu Khate He Micchami Dukkadam | पयुर्षण पर्व : जैन धर्म में क्यों कहते हैं मिच्छामी दुक्कड़म्

यह जैन धर्म में हर नौ दिनों में प्रतिक्रमण अनुष्ठान के लिए और श्वेतांबर परंपरा में संवत्सरी नामक पर्युषण के अंतिम दिन और दिगंबर परंपरा में क्षमवानी के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

इस वाक्यांश की वैकल्पिक रूप से व्याख्या की गई है और इसका अर्थ कहा गया है, “मेरे सभी अनुचित कार्य निरर्थक हों” या “मैं सभी जीवित प्राणियों से क्षमा मांगता हूं, क्या वे सभी मुझे क्षमा कर सकते हैं, क्या मेरी सभी प्राणियों से मित्रता हो सकती है और किसी से भी शत्रुता नहीं हो सकती है”।

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अनुष्ठान के रूप में, जैन अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को इस आखिरी दिन Micchami dukkadma के साथ बधाई देते हैं, उनकी क्षमा मांगते हैं।

प्रतिक्रमण (चौथे अव्यक) अनुष्ठान के दौरान एक भिक्षु या नन के इकबालिया और पश्चाताप मंत्र के एक भाग के रूप में जैन मठवासी अभ्यास में वाक्यांश का उपयोग अधिक आवधिक आधार पर किया जाता है, खासकर जब वे जैन मंदिरों में तीर्थंकरों की छवियों या मूर्ति की पूजा कर रहे होते हैं।

Micchami Dukkadam/ Uttam Kshama Message: इन मिच्छामी दुक्कड़म्/ उत्तम क्षमा संदेश को भेजकर मनाएं क्षमावाणी पर्व

जैन धर्म के विशेष पर्व पर्यूषण पर्व का समापन 13 सितंबर को होने जा रहा है। पर्यूषण पर्व के समापन पर जगह-जगह क्षमावाणी पर्व के आयोजन किए जाएंगे। इसके साथ ही उत्तम क्षमा कहते हुए लोग एक-दूसरे से क्षमा याचना करेंगे।

मिच्छामी दुक्कड़म्/ उत्तम क्षमा | Uttam Kshama Ka Mahatva

क्षमा मांगना और दिल से क्षमा करना ही सच्ची क्षमा है। सिर्फ दूर-दूर के रिश्तों में हल्की सी जान पहचान में या जिनसे मधुर संबंध हो उनसे क्षमा की लेन देन कर हम स्वयं को धोखा देते है। क्षमा से कमालो गंवाए हुए को, क्षमा से हंसा लो रुलाए हुए को।

Micchami Dukkadam/ Uttam Kshama Message: इन मिच्छामी दुक्कड़म्/ उत्तम क्षमा संदेश को भेजकर मनाएं क्षमावाणी पर्व

1. यह जिंदगी का प्रवास है, कम समय में जीने का प्रयास है
लेने जेसी चीज है, तो प्रेम की मिठास है…
और छोडऩे जैसी चीज है, तो मन की कड़वास है।

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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2. न किसी को गम का संसार दो, न किसी को छल कपट का उपहार दो।

नर से महावीर बनना हो तो, हर एक को आत्मीयता का व्यवहार दो।

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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3. भला हुआ हो चाहे बुरा उसे भुला दीजिए। भीतर के जीवन पुष्प को खिला लीजिए।

प्यार से पड़ी हो चाहे खार से पड़ी हो, जो गांठे पड़ी हैं उसे खोल लीजिए।

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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4. सबसे उत्तम बदला क्षमा करना है-

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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5. दान को सर्वश्रेष्ठ बनाना हे तो क्षमादान करना चाहिए।

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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6. संसार में ऐसे अपराध कम ही है जिन्हें हम चाहे और क्षमा न कर सकें।

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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7. क्षमा मनुष्य का सर्वश्रेष्ठ और सर्वोच्च गुण है, क्षमा दंड देने के समान है।

उत्तम क्षमा धर्म है, क्षमा यज्ञ है, क्षमा वेद है और क्षमा शास्त्र है।

जो इस प्रकार जानता है, वह सब कुछ क्षमा-क्षमा करने योग्य हो जाता है।

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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8. संसार में मानव के लिए क्षमा एक अलंकार है।

क्षमा तेजस्वी पुरुषों का तेज है, क्षमा तपस्वियों का ब्रह्म है,

क्षमा सत्यवादी पुरुष्पों का सत्य है, क्षमा यज्ञ है और क्षमा मनाविग्रह है।

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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9. दो शब्द क्षमा के जीवो को खुशहाल करते है टकराव दूर होता है,

खुशिया हज़ार देते है खुश रहे खुशिया बाटे, महान उसे कहते है मिच्छामि दुक्कडम्

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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10. मन, वचन, काया से जानते हुए
अजान्ते हुए आपका दिल दुखाया होतो
आपसे उत्तम क्षमा
मिच्छामि दुक्कडम

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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11. इस छोटी सी ज़िन्दगी में
हमारी आपकी छोटी सी मुलाकात में
कभी भी, कहीं भी, हमारी वजह से
आपकी चाँद सी मुस्कान चली गई होतो
हमें क्षमा करे

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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12. नवकार मेरी सांस है जैन धर्म मेरा विश्वास है ,

गुरुदेव मेरे प्राण है , मोक्ष कि मुझे तलाश है , क्षमा पर्व पर उत्तम क्षमा

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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13. नवकार मेरा मन्त्र हैं ! जैन मेरा धर्म हैं !

गुरु मेरा प्राण हैं ! मोक्ष की मुझे आस हैं !!

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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14. पेन से नहीं, प्रेम से ! होठ से नहीं, हृदय से !

अक्षर से नहीं, अंतर् से !

शब्द से नहीं, स्नेह से ! मन, वचन, काया से मिच्छामि दुक्कडम

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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15. सुरज जैसे अंधेरा दूर करे, पानी जैसे प्यास दूर करे
वैसे ही पर्युषण क्षमावाणी पर्व पर आप हमारी
सारी गलतीयों और भूल-चुक को क्षमा करे
मिच्छामि दुक्कडम

उत्तम क्षमा/UTTAM KSHAMA

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Michhami Dukkadam/ Uttam kshama Images

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मिच्छामी दुक्कड़म/ उत्तम क्षमा का हिन्दी अर्थ, Micchami Dukkadam/Uttam Kshama Meaning
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मिच्छामी दुक्कड़म/ उत्तम क्षमा का हिन्दी अर्थ, Micchami Dukkadam/Uttam Kshama Meaning

क्षमा कर देना दुश्मन पर विजय पा लेना है।
उत्तम क्षमा