Sacha Dharm kon Sa Hai | सबसे सच्चा धर्म कौन सा है?

आज के आर्टिकल में आप जानेंगे दुनिया का सबसे सच्चा धर्म कौन सा है। यह सभी जानते हैं कि हमारे देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अनेक धर्मों के लोग रहते हैं और हमें सभी धर्मों एवं समुदाय का सम्मान करना चाहिए।

लेकिन कभी ना कभी ज्यादातर लोगों के मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि वास्तव में सबसे बड़ा व सच्चा/असली धर्म कौन सा है क्योंकि हम सभी किसी न किसी धर्म से ताल्लुक रखते हैं।

अगर आपको भी इस सवाल का जवाब जानने में दिलचस्पी है तो इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

सच्चा धर्म कौन सा है?

Sacha Dharm Konsa Hai

धर्म का बहुत पुराना इतिहास है क्योंकि इसी से हम मानव का अस्तित्व है। वैसे तो सभी धर्म एक बराबर है और हमारे समाज में सभी धर्मों को बराबरी का दर्जा प्राप्त है। धर्म के कई अर्थ व रूप हैं जैसे कर्तव्य, सदाचार, अहिंसा, न्याय, सद्गुण आदि। व्यक्ति के जन्म से ही उसके धर्म व जाति का निर्धारण हो जाता है।

जिस धर्म के परिवार में उसने जन्म लिया है वही उसका धर्म बन जाता है। दुनिया के सभी धर्मों में अच्छा बनने, अच्छा व्यवहार रखने व कृतज्ञता का पाठ पढ़ाया जाता है इसीलिए किसी एक धर्म को महान कहना बहुत ही अनुचित होगा। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि सभी धर्म सच्चे और अच्छे हैं।

धर्म क्या है? 

धर्म का आशय हमारे व्यवहार, आत्म स्वाभिमान, सम्मान, कर्तव्य, सद्गुण, न्याय, कर्मों आदि से हैं और धर्म को धारण करने वाला धार्मिक कहलाता है। धर्म दो लैटिन शब्दों के मिलावट से बना है जिसमें पहला है लेग और दूसरा है लीग। लेग शब्द का अर्थ है ‘एक साथ निरीक्षण’ और लीग का अर्थ है ‘बांधने के लिए’।

धर्म का शाब्दिक अर्थ है ‘धारण करने योग्य सबसे उचित धारणा’ यानी जिसे हम सबको धारण करना चाहिए और वह है मानव धर्म। धर्म अलग-अलग परंपराओं एवं संस्कृतियों का एक मिश्रण है। धर्म को समाज का एक सबसे जरूरी हिस्सा माना गया है। Sacha Dharm kon Sa Hai

धर्म की कोई एक नहीं बल्कि अनेक परिभाषा है जो अलग-अलग धर्म गुरुओं व विचारकों के द्वारा अलग-अलग तरह से परिभाषित की गई है। धर्म एक विचारधारा का स्वरूप है जो मानव को सही जीवन जीने का तरीका सिखाता है और धर्म ही मानव को मानव जैसा बनना व जीना सिखाता है।

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मानवता सबसे बड़ा सच्चा धर्म है?

दुनिया में बहुत सारे धर्म है जिन्हें मानने वाले उनके अनुयायी यहां रहते हैं। इस तरह सभी धर्म उतने ही मायने रखते हैं और सभी को बराबरी का दर्जा प्राप्त है इसीलिए हमें सिखाया जाता है कि हमें सभी धर्मों की इज्जत करनी चाहिए।

और वास्तव में मानवता ही सबसे बड़ा और सच्चा धर्म है क्योंकि इसमें वे सभी चीजें शामिल है जो सभी लोगों पर लागू होती है, सभी को उचित जीवन जीने का तरीका सिखाती है

और एक दूसरे के साथ आपस में जोड़े रखती है। बिना स्वार्थ के किसी जीव या मनुष्य की मदद व सेवा करना मानवता का एक बहुत बड़ा उदाहरण है।

धर्म का सच्चा स्वरूप क्या है?

Sacha Dharm Konsa Hai

धर्म हमारा अस्तित्व है जिसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। दुनिया में कई तरह के लोग मौजूद हैं उनमें से कुछ प्रतिशत ही लोग ऐसे हैं जो बिना किसी स्वार्थ के किसी दूसरे की मदद करते हैं।

अगर हम बिना किसी लाभ या मुनाफे की उम्मीद से किसी की मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो यह हमारे मानवता के धर्म को दर्शाता है इसलिए हमें नैतिक जीवन जीते हुए दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए और जरूरत पर सभी जीव-जंतु, पशु-पक्षी, मनुष्य आदि की मदद करना चाहिए यही हमारा असली धर्म और हमारा कर्तव्य है। Sacha Dharm kon Sa Hai

धर्म के प्रकार (Types Of Religion) 

जैसा कि मैंने पहले ही जिक्र किया है दुनिया भर में कई सारे धर्म और उसके मानने वाले हैं लेकिन उनमें से कुछ मुख्य धर्मों को ज्यादा महत्वता दी जाती है जो निम्न प्रकार से हैं;

  • हिंदू धर्म (वैदिक धर्म/सनातन धर्म)
  • ईसाई धर्म
  • जैन धर्म
  • बौद्ध धर्म
  • इस्लाम धर्म
  • सिख धर्म

दुनिया में कितने धर्म हैं?

दुनिया भर में लगभग 300 से ज्यादा तरह के धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं लेकिन इन धर्मों में 7 विशेष धर्मों को दुनिया भर के अधिकतर लोगों द्वारा मान्यता प्राप्त है यानी दुनिया की ज्यादातर आबादी जिन धर्मों को मानने वाली रहती है इन मुख्य धर्मों के नाम हैं

हिंदू, जैन, बौद्ध, ईसाई, सिख, इस्लाम, यहूदी और वुडू। इसके अलावा पारसी, पेगन, बहाई, शिंतो, मंदेस, ड्रज व एलामिलेस आदि ऐसे धर्म हैं जिनको मानने वाले लोगों की संख्या बहुत ही कम है।

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सभी धर्मों की संक्षिप्त कुछ सामान्य जानकारी

दुनिया भर में कुल धर्मों की संख्या लगभग 300 से ज्यादा है लेकिन व्यापक तौर पर मुख्य 6 धर्म ही सबसे ज्यादा प्रचलित है और दुनिया के ज्यादा प्रतिशत आबादी इन धर्म से संबंधित है। जिनके बारे में नीचे संक्षिप्त जानकारी दी जा रही है।

1.हिन्दू धर्म 

Sacha Dharm Konsa Hai

हिंदू धर्म को वैदिक धर्म, सनातन धर्म व वैदिक सनातन वाराश्रिम धर्म आदि के नाम से भी जाना जाता है। यह सबसे प्राचीनतम धर्म माना जाता है।

कहते हैं हिंदू धर्म की उत्पत्ति मानव धर्म की उत्पत्ति से पहले ही हुई है इसलिए इस धर्म की स्थापना के समयकाल से संबंधित वैज्ञानिकों में बहुत सारे मतभेद हैं। लेकिन कुछ जानकारियों के अनुसार 9057 ईसा पूर्व हिंदू धर्म की शुरुआत प्रथम मनु स्वयंभू मनु के मवंतर द्वारा मानी जाती है। Sacha Dharm kon Sa Hai

इस धर्म में दर्शन, उपासना, अर्चना, साधना, संप्रदाय, पूजा, शक्ति जैसी मान्यताएं शामिल है। नेपाल में सबसे ज्यादा संख्या में हिंदू धर्म के लोग रहते हैं।

2.इस्लाम धर्म 

Sacha Dharm Konsa Hai

इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मुहम्मद साहब थे जिन्होंने कुरान में अहमद और मुहम्मद नाम दिया गया है। वह बचपन से ही चिंतनशील, विचारशील व कार्मिक प्रवृत्ति के रहे थे। लगभग 613 ईसवी में उन्होंने ज्ञान का उपदेश देना शुरू किया और यहीं से इस्लाम धर्म की शुरुआत हुई।

3.बौद्ध धर्म 

Sacha Dharm Konsa Hai

दोस्तों बौद्ध धर्म स्थापित करने का क्रेडिट गौतम बुद्ध को जाता है और यह धर्म दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है जिसको मानने वाले ज्यादातर लोग जापान, नेपाल, चीन व श्रीलंका में रहते हैं। Sacha Dharm kon Sa Hai

4.सिख धर्म 

Sacha Dharm Konsa Hai

सिख धर्म का इतिहास लगभग 600 साल से भी ज्यादा पुराना है। सिख धर्म में अब तक 10 गुरुओं को शामिल किया गया है जिनके द्वारा सिद्धांतों के आधार पर धर्म की पुस्तक ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ तैयार की गई है।

5.ईसाई धर्म 

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ऐसा माना जाता है कि लगभग 2000 वर्षों पहले यीशु ने ईसाई धर्म की स्थापना की थी। ईसाई धर्म के लोग ईसा मसीह के जीवन आदर्शों का पालन करते हैं।

6.जैन धर्म 

Sacha Dharm Konsa Hai

जैन धर्म की शुरुआत ऋषभनाथ द्वारा की गई थी। हिंदू धर्म की ब्राह्मण परंपरा को ना मानते हुए उन्होंने श्रमण परंपरा की शुरुआत की और इसी कारण जैन धर्म को श्रमणों का धर्म भी कहा गया।

हिन्दू, मुस्लिम, सिख ,ईसाई इन धर्मों का जन्म कैसे हुआ

एक धर्म को बचाने के उद्देश्य से कई नए धर्मों ने जन्म लिया। लोगों ने अपने-अपने धर्मों में अनेक परंपराओं को शामिल किया जिसमें वे उलझते ही चले गए। जैसा कि जब हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन आदि धर्मों की शुरुआत की गई तो उसके पीछे यही मंशा थी कि इन धर्मों को अपनाकर लोग इंसानियत को समझेंगे, सच्चाई की राह पर चलेंगे, अच्छा व्यवहार करेंगे और एक मानवता वाले जीवन को अपनाएंगे।

लेकिन अपने मनोस्थिति के साथ धीरे-धीरे लोगों ने धर्म की परिभाषा ही बदल दी और उसी का पालन किया। लेकिन सच्चे धर्म की पहचान उसकी परंपराओं से नहीं है बल्कि व्यक्ति के मानवता वाले स्वभाव से होती है जिसमें कई गुण व व्यवहार शामिल है। धर्म कोई बांधने की चीज नहीं है बल्कि वह तो आजादी का एक दूसरा नाम है।

आप के सवाल हमारे जबाब: [FAQs] 

1.Sacha dharm kon sa hai ?

दुनिया भर में कई सारे धर्म और उनके मानने वाले लोग मौजूद हैं। हम सभी को एक दूसरे के धर्मों का सम्मान करना चाहिए। लेकिन एक धर्म है जो सभी के लिए एक समान लागू होता है वह है मानवता का धर्म और यही दुनिया का सबसे बड़ा और सच्चा धर्म है।

 2.इस्लाम धर्म के संस्थापक कौन थे?

इस्लाम धर्म के संस्थापक 570 ई. में मक्का में जन्मे हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हैं।

 3.दुनिया का सबसे सच्चा धर्म कौन सा है?

मानवता एक सच्चा धर्म है जिसे हम सबको स्वीकारना व अपनाना चाहिए क्योंकि यही एक धर्म है जो हमें एक अच्छा व सच्चा इंसान बनने का तरीका सिखाता है।

 4.वसुधैव कुटुंबकम का उल्लेख कहाँ मिलता है?

वसुधैव कुटुंबकम का उल्लेख श्री भागवत पुराण में देखने को मिलता है जो कि भारत का एक पौराणिक प्राचीन ग्रंथ है।

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