स्केनर एक मशीन होती है जिसका उपयोग अक्सर लोग अपने जरूरी दस्तावेजों को डिजिटल रूप में अपने पास सुरक्षित रखते हैं। हालांकि यह पहले चीजें इस्तेमाल में नहीं आती थी लोग डॉक्यूमेंट को एक पतली सी प्लास्टिक नहीं रखा करते थे उदाहरण के तौर पर यदि किसी फोटो को सुरक्षित रखना हो तो आप फोटो को प्रिंटर में स्कैन करके डॉक्यूमेंट को कंप्यूटर में ही रख सकते हैं।
इसमें किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती क्योंकि अक्सर लोग अपने दस्तावेज टक्कर भूल जाते हैं चाहे वह ऑफिस के हो या कॉलेज के जा फिर गवर्नमेंट पेपर हर कोई व्यक्ति में से 100% में से 50% लोग भूल जाते हैं। पर चैनल से यह सुविधा आसान हो गई है इन डॉक्यूमेंट को हम कहीं भी साथ ले जा सकते हैं।
स्कैनर के प्रकार | Scanner ke Prakar
स्कैनर में हम दस्तावेजों को संभाल के आसानी से रख सकते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं स्कैनर कई तरह की होते हैं जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे है :-
1. Flatbed Scanner
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है flatbed scanner इसमें आप किसी भी दस्तावेज या फोटो की स्कैनिंग कर सकते हो इसके लिये यह सीधी कांच की कांच की तरह इस्तेमाल होता है। इसमें हम किसी भी दस्तावेज के element को capture कर सकते है |
ज़ब हम अपना कोई भी कागज को printer में रखते है तो पहला काम हमारा होता है कि डॉक्यूमेंट को ग्लास के अंदर रखना उसके बाद उसका ढक्कन बंद किया जाता है। ढक्कन close करने के बाद उसमें जो इमेज दिखती है वह उसमें उपस्थित mechanism roll के कारण दिखती है।
अगर आप बाजार से खरीदने के लिए जाओगे कुछ प्रिंटर में आपको ब्लूटूथ, वाईफाई जैसी सुविधाएं मिल जाएंगी। लेकिन जब आप उच्च क्षमता वाले work की आवश्यकता होती है तो उसमें यह सबसे तेजी से काम करने वाला प्रिंटर होता है। अगर हम सही अर्थ में बोले तो यह व्यवसाय के श्रेणी में सबसे अच्छा साधन माना जाता है।
2. Handheld Scanner
हम इसका उपयोग इसमें किसी भी डॉक्यूमेंट को फिजिकल से डिजिटल स्कैनर में बदलने के लिए करते हैं। हम इस में स्टोर किए गए डॉक्यूमेंट को आसानी से ईमेल के द्वारा ट्रांसफर कर सकते हैं
यह बारकोड स्कैनर red light में आता है और यह इन inferred लाइट को code में आसानी से देख सकता है। हम इसमें reading unit और downstream decoding unit देख सकते है। इस यूनिट को हर तरह के device में red unit में convert करके देखा जा सकता है। हम इसका उपयोग अधिकतर retail और logistics company में देख सकते है।
3. Barcode Scanner
आपने दुकानों पर अक्सर या किसी mall में barcode scanner देखा होगा इसमें हम जब भी दुकानों पर चीजों को scan होते हुए देखते है तो उसमे किसी रेखा को रेखांकित किया जाता है उस पर रौशनी डाली जाती है तो उसमे हर एक लाइन जो यह बता सके कि इसमें कितनी मात्रा का उपयोग हुआ है।
दुकानों में प्रोजेक्ट कोड को scan करने के लिये इसका इस्तेमाल किया जाता है इसे हम pos scanner भी कह सकते है।
4. Sheetfed Scanner
Sheetfed scanner को हम automatic डॉक्यूमेंट के नाम से भी जानते है इसमें किसी भी कागज को स्कैन किया जा सकता है लेकिन इसमें एक दिक्क़त होती है जब मोटी पुस्तक का स्कैन करने का वक़्त आता है तो इसमें हमेशा दिक्कत रहती है। नार्मल पेपर आसानी से स्कैन हो जाते है। केवल पुस्तक नही हो पाती।
5. Big Format scanner
बड़े तरह के डॉक्यूमेंट को आसानी से स्कैन करता है। इसका उपयोग ठेकेदार, आर्किटेक्चर, और जो लोग map listing करते है वह इसका उपयोग करते है।
6. Book Scanner
बुक स्कैनर का उपयोग बुक को स्कैन करने के लिए किया जाता है यह हर एक पेज को mentioned पेज संख्या के क्रम में स्टोर करता है।
7. Photo Scanner
यदि आप पुरानी फोटोस की छवियों को अपने पास स्कैन करके रखना चाहते हैं तो आप फोटो स्केनर के माध्यम से इस काम को बड़ी आसानी से कर सकते हैं। यह स्कैनर एडिटिंग सॉफ्टवेयर के साथ आते हैं जिससे कि आप हर एक फोटो को पुरानी से नई में तब्दील कर सकते हैं। यह स्केनर अन्य चैनलों की तुलना में बहुत महंगा होता है।
8. Drum Scanner
ड्रम स्केनर का सबसे पहले आविष्कार किया गया था। इसका उपयोग मैगजीन न्यूज़ पेपर छापने वाली कंपनियां करती हैं।
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स्कैनर कैसे काम करता है | Scanner Kese Kam Krta He
स्कैनर एक मशीन होती है जिसमें कोई भी छपी हुई सामग्री या पिक्चर को डिजिटल में बदल सकते हैं। जब किसी चीज को स्कैन करके कैन कॉपी बनाई जाती है तो उसको कंप्यूटर में सेव किया जा सकता है और उन्हें देखा भी जा सकता है सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के सहायता से चेंज भी किया जा सकता है।
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स्कैनर के उपयोग | Scanner Ke Upyog
आजकल हम कंप्यूटर के क्षेत्र में काफी आगे पहुंच गए हैं हर चीज डिजिटल के रूप में उपयोग करने लग गए हैं। तो स्केनर का उपयोग हमारे बहुत काम आता है।
- इसका उपयोग किसी भी पेज और इमेज को स्कैन करने के लिए किया जाता है।
- हम जानते हैं कि इसका उपयोग किसी भी डॉक्यूमेंट को स्कैन करके कंप्यूटर में आसानी से सेव किया जा सकता है।
- आजकल बैंकों में चेक क्लियर करने के लिए एमसीआर का उपयोग किया जाता है वह इसी के द्वारा होता है।
- परीक्षा में जो ओएमआर शीट उपयोग की जाती है उसका स्कैन स्कैनर मशीन के द्वारा ही किया जाता है।
- आजकल तो फोन में भी आप किसी भी पेपर को आसानी से स्कैन कर सकते हैं।
- हमें अगर कोई भी डॉक्यूमेंट या फोटो सेव करनी होती है तो हम सबसे पहले स्केनर के द्वारा ही उसे सेव करते हैं।
स्कैनर के फायदे | Scanner ke Faide
- स्कैनर के फायदे की अगर बात की जाती है तो सबसे पहले बात क्वालिटी की आती है।
- यदि किसी डॉक्यूमेंट में कोई चीज गलत हो जाती है तो उसको कंप्यूटर में स्कैन करके ठीक किया जा सकता है।
- मार्केट में अलग-अलग तरह के स्केनर उपलब्ध हैं इनका उपयोग अलग-अलग तरीके से किया जाता है।
- हम डॉक्यूमेंट की साइज में भी बदलाव कर सकते हैं यदि हम किसी डॉक्यूमेंट को स्कैन करें तो तो इसमें साइज का बदलाव किया जा सकता है।
स्कैनर के नुकसान | Scanner Ke Nuksan
- जैसा कि हम जानते हैं किसी भी डॉक्यूमेंट का साइज 10 करके उसमें बदलाव किया जा सकता है कई मामलों में क्वालिटी को low कर देता है जो कि हमारे लिए नुकसानदायक होता है।
- स्कैन करते समय कंप्यूटर में जब सेव किया जाता है तो कंप्यूटर इसकी स्टोरेज बहुत अधिक ले लेता है।
स्कैनर खरीदते समय किन बातों का रखे ध्यान | Scanner Kheradte Samay Kin Baaton Ka Rakhe Dhyan
स्केनर खरीदते समय हमें निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए
- उद्देश्य – हमें सबसे पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि हमें वास्तव में इसकी जरूरत है या नहीं कई बार हम मार्केट से ऐसी चीजें खरीद लेते हैं जिनकी हमें इतनी ज्यादा जरूरत होती ही नहीं।
- स्पीड – स्कैनर खरीदते समय हमें दस्तावेजों की क्वांटिटी देख लेनी चाहिए। क्वांटिटी के हिसाब से दस्तावेजों की स्पीड कम या ज्यादा हो सकती है यदि आप उसमें कम दस्तावेजों को स्कैन कर रहे हैं तो उसमें ज्यादा स्पीड की आवश्यकता नहीं होती यदि आपको डॉक्यूमेंट ज्यादा कैन करने की आवश्यकता है तो उसमें आपको स्पीड देखने की आवश्यकता होती है और तब आप यह खरीद सकते हैं।
- कीमत – उद्देश्य और स्पीड के बाद सबसे पहले बाद आती हमारी कीमत की आपको जितनी कम कीमत का स्केनर चाहिए उतने ही फीचर्स कम होते जाएंगे और कीमत अधिक होगी तो उसमें आपको उनसे बहुत ही अच्छे मिल जाएंगे कीमत के अकॉर्डिंग फीचर्स कम या ज्यादा हो सकते हैं।
- रेजोल्यूशन- आम स्केनर में 600dpi रेजोल्यूशन होता है लेकिन अगर आप फोटो के साथ काम करते हैं तो आपको उच्च रेजोल्यूशन की आवश्यकता पड़ती है।
- सॉफ्टवेयर की क्षमता – आप जानते हैं कि सॉफ्टवेयर की क्षमता होना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है जितना अच्छा सॉफ्टवेयर होगा अर्थात जितना लेटेस्ट सॉफ्टवेयर उतनी ही अच्छी क्वालिटी क्योंकि स्कैन करने से हमारा आधा समय कम हो जाता है।
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स्कैनर को कंप्यूटर से कैसे कनेक्ट करे | Scanner Ko Computer Se Kese Connect Kre
स्कैनर को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए सबसे पहले स्केनर को कंप्यूटर के पास रखना चाहिए इसके लिए ऐसी जगह का चुनाव करें जहां पर तारे ना आ पाए।
उसके बाद प्रिंटर पर पावर बटन को दबाए इसके लिए आप याद रखें कि प्रिंटर को पावर सोर्स से कनेक्ट करना होगा। उसके बाद कंप्यूटर को ऑन करें ऑन करने के बाद आपको यूएसबी डाटा केबल से कनेक्ट करना होगा और ऐसा करने से यह सेटअप अपने आप कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाता है।
अब आप कंप्यूटर पर start button पर क्लिक करें वहां पर दाएं तरफ settings बटन पर क्लिक करते ही जो आपको settings करनी है उसके बाद device पर क्लिक करें ऊपर से दाहिने और आप को printer का नाम दिख जाएगा।
उसके बाद ऐड printer और scanner पर क्लिक करें उसके आसपास जितने भी स्केनर on होंगे वह आपको यहां दिख जाएंगे यदि आपको अपना प्रिंटर नहीं दिखता है तो आप add printer and scanner के नीचे the printer that i want is not listed को सेलेक्ट करे और सभी निर्देशों का पालन करें।
उसके बाद आप सभी निर्देशों का पालन करने के बाद भी इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं तो आपके कंप्यूटर की सेटिंग्स में कुछ बदलाव करने पड़ेंगे। कंप्यूटर के साथ cd मिलती है। उसे अपने कंप्यूटर के disk slot में लगाकर उसके बाद आपका प्रिंटर काम करने लगेगा। और अगर आपने सेकंड हैंड प्रिंटर खरीदा है तो आप उसकी निर्माता वेबसाइट से सॉफ्टवेयर को खरीद सकते हैं या फिर डाउनलोड कर सकते हैं।
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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. स्कैनर की खोज किसने की थी?
स्कैनर की खोज सन 1957 में russel A. Kirsch ने की थी।
Q2. स्कैनर का उपयोग कहा-कहा होता है?
स्कैनर का उपयोग छपी हुई सामग्री को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है और छपी हुई पुस्तकों को ही पुस्तक में ट्रांसफर किया जा सकता है कई बार सिक्योरिटी के लिए भी स्केनर का उपयोग करते हैं और इसे स्कूल और दुकानों में उपयोग किया जाता है।
Q3. स्कैनर और प्रिंटर के क्या कार्य है?
प्रिंटर का use केवल तब होता है जब किसी कंप्यूटर में सेव हुई कॉपी को हार्ड कॉपी में बदला जाता है।
कैमरे का use हम तब करते हैं जब हार्ड कॉपी को सॉफ्ट कॉपी में बदला जाता है और केवल कंप्यूटर में ही सेव रखा जाता है।
Q4. स्क्रीनशॉट लेने के लिए क्या करना पड़ता है?
जब आप कोई भी स्क्रीन को capture करना चाहते हैं उसमें आप सबसे पहले उस फोटो को ओपन करें जिसका स्क्रीनशॉट लेना चाहते हैं उसके बाद यदि आप फोन से स्क्रीनशॉट लेना चाहते है तो आप वॉल्यूम कम के बटन को और पावर बटन को साथ में दबाए रखेंगे तो आपका स्क्रीनशॉट हो जाएगा।
यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर पर स्क्रीनशॉट ले रहे हैं तो आपको कंप्यूटर में बाएं हाथ पर एक प्रिंट स्क्रीन के बटन को दबाना है जिस भी फोटो का स्क्रीनशॉट लेना है उसे आप एक key दबा कर ले सकते हैं।